आदिवासी समाज के प्रखर एवं दबंग गोंड नेता सोहन पोटाई जिंदगी की जंग हारे
सोहन पोटाई के निधन से आदिवासी समाज में शोक की लहर है। उनका अंतिम संस्कार पैतृक गांव बाबूदबेना में किया जाएगा। 29 अप्रैल 1958 को सोहन पोटाई का जन्म हुआ था। पोटाई राज्य के प्रमुख आदिवासी नेताओं में से एक थे। वे लंबे समय से स्वास्थ खराब के चलते अस्वस्थ थे।समाज के लिए यह अपूरणीय क्षति है, समाज के लिए उनका योगदान सदैव अविस्मरणीय होगा।
आदिवासी समाज के प्रखर एवं दबंग समाज सुधारक छत्तीसगढ़ सर्व आदिवासी समाज के प्रदेश अध्यक्ष श्री सोहन पोटाई जी का अकस्मात निधन हो गया। गौरतलब है कि पूर्व सांसद सोहन पोटाई दादा लंबे समय से अस्वस्थ चल रहे थे। कैंसर की बीमारी से हुआ निधन।
अपनी बेबाक व दबंग छवि के लिए विख्यात मान.सोहन पोटाई जी ने कांकेर लोकसभा का प्रतिनिधित्व 4 बार किया। सर्व आदिवासी समाज के छत्तीसगढ़ प्रदेश अध्यक्ष थे। गरीब, आदिवासी, पिछड़े वर्गों के उत्थान के लिए उन्होंने संसद में तथा बाहर तत्परता से आवाज उठाई। हमेशा गोंडी पेनठाना और कोया संस्कृति पर ही चर्चा करते थे। उनका समर्पित जीवन समाज के लिए प्रेरणास्रोत रहेगा। यह समाज के लिए बहुत बड़ी छति है।